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आहारी तंतु (Dietary fibre)

एक प्रकार का पौष्टिक पदार्थ है जो खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। यह आमतौर पर अनाज, फल, सब्जियाँ, और दालों में पाया जाता है। आहारी तंतु मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं: अनुरस्त्रित और अनुपांशिक। अनुरस्त्रित आहारी तंतु पानी में अनुरस्त्रित नहीं होते हैं, जबकि अनुपांशिक आहारी तंतु पानी में अनुपांशित होते हैं।

आहारी तंतु कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं, जैसे कि पाचन को सुधारना, वजन नियंत्रित करना, डायबिटीज को नियंत्रित करना, चिकित्सकीय स्वास्थ्य को सुधारना, और हृदय रोगों का जोखिम कम करना। 

आहारी तंतु के स्रोतों के रूप में अनाज, फल, सब्जियाँ, और दाल शामिल हैं। अधिक आहारी तंतु शामिल करने के लिए, आपको अनाज, फल, सब्जियाँ, और दालों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।

आपको अनाज, फल, सब्जियाँ, और दालों को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। विभिन्न प्रकार की अनाज, जैसे कि गेहूं, चावल, ओट्स, और मिलेट्स, अच्छे स्रोत होते हैं। फल और सब्जियों में भी आहारी तंतु होते हैं, और विविधता और संतुलित आहार से इन्हें अधिकतम लाभ मिलता है। इसलिए, स्वस्थ जीवनशैली के लिए आहार में पर्याप्त मात्रा में आहारी तंतु को शामिल करना बेहद महत्वपूर्ण है।

इसलिए, स्वस्थ जीवनशैली के लिए आहार में पर्याप्त मात्रा में आहारी तंतु को शामिल करना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे आपका पाचन सिस्टम सुधारता है, और आपका शारीर ऊर्जा को अधिक समय तक बनाए रखता है। इसके अलावा, यह आपको भोजन के बाद भी अधिक संतुष्ट महसूस कराता है, जिससे खाना कम खाने की आवश्यकता होती है और आपके वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।

आहारी तंतु के कई लाभ होते हैं। इनमें से कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:

1. पाचन को सुधारना:

आहारी तंतु पाचन को सुधारता है और विषैले पदार्थों को साफ करता है।

2. वजन नियंत्रण:

यह भोजन को पेट में भरे रहने के कारण वजन नियंत्रण में मदद करता है।

3. डायबिटीज को नियंत्रित करना:

यह रक्त चीनी के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज का जोखिम कम होता है।

4. हृदय स्वास्थ्य:

इसका संयोजन हृदय रोगों का जोखिम कम कर सकता है।

हालांकि, अधिक मात्रा में आहारी तंतु का सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, जैसे कि:

1. पेट की समस्याएं:

अधिक आहारी तंतु के सेवन से पेट की समस्याएं जैसे कि गैस, कब्ज, और उच्च आंत्रिक चिकित्सीय दर्द हो सकता है।

2. पोषण की कमी:

अधिक आहारी तंतु के सेवन से पोषण की कमी हो सकती है, क्योंकि यह कुछ पोषक तत्वों को विरोधी कर सकता है।

इसलिए, समझदारी से और संतुलित रूप से आहारी तंतु का सेवन करना जरूरी है। इसके लिए, आपको प्राकृतिक स्रोतों से आहारी तंतु लेना चाहिए, जैसे कि अनाज, फल, सब्जियाँ, और दालें। इसके अलावा, पानी का पर्याप्त सेवन भी करना चाहिए, क्योंकि आहारी तंतु के सही प्रयोग के लिए पानी की आवश्यकता होती है। ध्यान रखें कि आहारी तंतु की सामान्य मात्रा व्यक्ति के उम्र, लिंग, और शारीरिक गतिविधियों के आधार पर भिन्न हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए, एक चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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