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Amit Sharma

What if we eat only fruits for 30 days?

क्या होगा अगर हम 30 दिनों तक केवल फलों का सेवन करें?

खानपान का महत्व हमारे जीवन में अत्यधिक है और विभिन्न प्रकार के आहार का सही मिश्रण रखना हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन क्या होगा अगर हम 30 दिनों तक केवल फलों का सेवन करें, बिना किसी अन्य आहार के? 

1. विटामिन और खनिजों की कमी:

फल अच्छा स्रोत हैं विटामिन्स और खनिजों के लिए, लेकिन यह एकमात्र स्रोत नहीं हैं। यदि हम सिर्फ फलों को खाएंगे, तो विभिन्न विटामिन्स और खनिजों की कमी हो सकती है, जो सेहत को प्रभावित कर सकती है।

2. प्रोटीन की कमी:

फलों में प्रोटीन की कमी होती है, जिससे मांसाहारी आहार की तुलना में इसे पूरा करना मुश्किल हो सकता है। प्रोटीन की कमी से शरीर की ऊर्जा स्तर में कमी हो सकती है।

3. शुगर लेवल्स में बढ़ोतरी:

फलों में तो शुगर होता है, लेकिन कई फल मीठे होते हैं जिनसे शुगर लेवल्स में बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर जब आप उन्हें अधिक मात्रा में खाते हैं।

4. आमाशय और पाचन स्वास्थ्य में समस्या:

फलों की तलाश में हम फाइबर से भरपूर आहारों को छोड़ सकते हैं, जिससे आमाशय और पाचन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

5. वजन कमी:

हालांकि फलों में कई पोषण तत्व होते हैं, लेकिन यह एक बिल्कुल भी पूर्ण आहार नहीं है जिससे शरीर को सभी आवश्यक ऊर्जा मिले। इसके परिणामस्वरूप, वजन कमी हो सकती है।

इसलिए, सिर्फ फलों का सेवन करना व्यावसायिक जीवनशैली के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है और सेहत को प्रभावित कर सकता है। सही आहार मिश्रण का पालन करना आवश्यक है ताकि हमारा शरीर सभी आवश्यक पोषण तत्वों से समृद्ध हो सके और हम स्वस्थ रह सकें।

Amit Sharma

Are momos spoiling your health?

क्या मोमोज बिगाड़ रहे हैं आपकी सेहत?

आजकल गली मोहल्लो नुक्कड़ पर सिल्वर के स्ट्रीमर में उबलते हुए मोमोज तीखी लाल मिर्च की चटनी के साथ खाते हुए कई लोग आपको दिख जाऐंगे।

आइए साइंटिफिक तरीके से आपको 5 कारण बता रहा हूं कि कैसे मोमोज आपके स्वास्थ को खराब कर रहा हैl 👇

  1. Momoz मैदा के बने हुए होते हैं मैदा गेहूं का एक उत्पाद है जिसमें से प्रोटीन व फाइबर निकाल लिया जाता है मृत starch ही शेष रहता है। मैदे के प्रोटीन रहित होने से इसकी प्रकृति एसिडिक हो जाती है यह शरीर में जाकर हड्डियों के कैल्शियम को सोख लेता है l मैदा अच्छी तरीके से डाइजेस्ट नहीं होता और कई बार हमारी आंतों में जाकर चिपक जाता है और हमारी आंतो को ब्लॉक कर सकता है और तरह-तरह के बीमारियों को जन्म देता हैl
  2. आपने गौर किया होगा कि घर में बनाए हुए मोमोज थोड़े पीले होते हैं जबकि मार्केट वाले बिल्कुल वाइट यह इसलिए होता है क्योंकि इन्हें वाइट और सॉफ्ट बनाने के लिए ब्लीच , क्लोरीन गैस, बेंजोयल पराक्साइड, ऐज़ो कर्बेमिड मिलाया जाता हैl यह केमिकल हमारी किडनी और पेनक्रियाज को डैमेज करते हैं साथ ही डायबिटीज होने का खतरे को भी बढ़ाते हैं
  3. तीखी लाल मिर्च की चटनी उत्तेजक होती है, साथ ही लो क्वालिटी की होती है जिससे पाइल्स, गैस्ट्राइटिस, पेट तथा आंतों में ब्लीडिंग हो सकती हैंl
  4. कुछ मोमोज बेचने वाले ,मोमोज में मोनोसोडियम ग्लूटामैट( MSG) नामक केमिकल मिलाते हैं ,जो इसके टेस्ट को बढ़ता है और इसे सुगंधित बनाता है इस MSG से मोटापा बढ़ता है ब्रेन तथा नरवर की समस्या, चेस्ट पेन, हार्ट रेट तथा बीपी बड़ना  जैसे शिकायत हो होती हैl
  5. कुछ जगह नॉन वेज मोमोज में डेड एनिमल्स के मीट को मिलाया जाता है तथा वेज मोमोज मे सड़ी गली सब्जियों को डाला जाता हैl जिससे कोई तरीके के 🐛और इंफेक्शन होते हैं l
Amit Sharma

Coconut: aid in weight loss or just a myth?

नारियल: वजन कम करने में सहारा या सिर्फ एक मिथक?

आजकल की जीवनशैली में, स्वस्थ रहने और सही वजन को बनाए रखने का मुद्दा अत्यधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इस सीमा में, कई लोग नारियल को एक सही तरीके से वजन कम करने का उपाय मानते हैं। क्या नारियल सचमुच में एक सहायक है या यह एक सिर्फ मिथक है? आइए इस पर गहराई से जानते हैं।

नारियल और उसके गुण:

नारियल एक ऐसा खाद्य है जो प्राकृतिक रूप से कई पोषण तत्वों से भरपूर है। इसमें MCT (मीडियम चेन ट्रिग्लिसेराइड्स) होते हैं, जो तेजी से शरीर में अवशोषित होकर ऊर्जा उत्पन्न कर सकते हैं। इसके अलावा, नारियल अनेक पोषण से भरपूर होता है और विटामिन्स का एक बहुत अच्छा स्रोत है।

नारियल और वजन घटाने का संबंध:

कुछ अध्ययनों के अनुसार, नारियल का सेवन वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद MCT की वजह से यह ऊर्जा को बढ़ा सकता है और मेटाबोलिज्म को तेजी से काम करने में मदद कर सकता है। नारियल के तेल का अधिक सेवन करने से भी कुछ लोगों को लगता है कि वे बेहतर वजन प्रबंधन कर सकते हैं।

सावधानियां और सुझाव:

हालांकि नारियल वजन कम करने में सहारा प्रदान कर सकता है, इसका अधिक सेवन भी कई समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे कि अत्यधिक कैलोरी और वसा का सेवन करने से होने वाली वजन वृद्धि। इसलिए, नारियल का सेवन करते समय मात्रा का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

व्यक्ति विशेष तरीके से उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य लाभों के आधार पर नारियल को वजन प्रबंधन के एक हिस्से के रूप में शामिल कर सकते हैं, लेकिन इसके पूर्ण से अनुबंधित सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श करना शुद्ध बुद्धिमत्ता है।

संसारप्रस्तार:

सार्वजनिक रूप से कहा जा सकता है कि नारियल एक स्वस्थ और पौष्टिक आहार का हिस्सा हो सकता है जो वजन प्रबंधन में मदद कर सकता है, परंतु सही मात्रा और सही तरीके से उपयोग के साथ। व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार, व्यक्तिगत आवश्यकताओं के आधार पर नारियल को एक स्वस्थ और संतुलित आहार का हिस्सा बनाए रखना महत्वपूर्ण है। नारियल का सेवन करते समय सही मात्रा, योग्य तरीके से तैयारी किया गया तथा सौजन्यपूर्ण आहार योजना के साथ मिलाकर, यह एक सही दिशा में कदम बढ़ा सकता है।

हमें यह याद रखना चाहिए कि एकमात्र आहार ही वजन प्रबंधन का कारण नहीं होता। यहाँ तक कि नारियल भी सबसे अच्छा है जब यह अन्य स्वस्थ जीवनशैली तथा नियमित व्यायाम के साथ मिलता है।

समस्त विचार करते हुए, नारियल एक स्वास्थ्यपूर्ण आहार हो सकता है, लेकिन वजन प्रबंधन में यह एक मात्रा से बहुत अधिक कदम उठाने का सिर्फ एक हिस्सा है। इसे सही समय, सही तरीके से और सही मात्रा में उपयोग करना हमारी स्वस्थ जीवनशैली के एक अभिन्न हिस्से के रूप में देखा जा सकता है।

आखिरकार, हमें यह समझना चाहिए कि वजन प्रबंधन एक संपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें सही आहार, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली का संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। इस सफल प्रयास में नारियल एक उपयुक्त और पौष्टिक साझेदार बन सकता है, लेकिन यह एकमात्र समाधान नहीं है।

Amit Sharma

Bulletproof Coffee: Is It Healthy?

बुलेटप्रूफ कॉफी: क्या यह स्वस्थ है?

बुलेटप्रूफ कॉफी, जिसे कई लोग सेहतमंद जीवन का एक हिस्सा मानते हैं, एक अनोखी कॉफी विधि है जिसमें कॉफी, घास-फूड घी, और मक्खन का मिश्रण होता है। यह विधि विशेष रूप से सेलुलेट मेटाबोलिज्म को बढ़ाने और ऊर्जा स्तर को उच्च करने के लिए डिज़ाइन की गई है।

कैसे बनती है बुलेटप्रूफ कॉफी?

बुलेटप्रूफ कॉफी बनाने के लिए, सबसे पहले एक कप कॉफी बनाएं और उसमें घास-फूड घी और मक्खन मिलाएं। इस मिश्रण को ब्लेंडर में अच्छे से मिला लें ताकि एक क्रीमी और फोमी सत्ता बने।

इसका स्वास्थ्य से क्या सम्बंध है?

बुलेटप्रूफ कॉफी के स्वास्थ्य से जुड़े मामले मिश्रित हैं। इसमें घास-फूड घी का उपयोग मेटाबोलिज्म को तेजी से काम करने के लिए किया जाता है, जिससे ऊर्जा स्तर में वृद्धि हो सकती है।

हालांकि, इसमें विशेषता से ध्यान देना चाहिए क्योंकि यह उच्च-कैलोरी है और अधिक मात्रा में सेवन से आपके आहार में वास्तविक बदलाव हो सकता है। इसलिए, अगर आप स्वास्थ्य संबंधी किसी समस्या से जूझ रहे हैं या किसी डॉक्टर की सलाह पर हैं, तो इसे अच्छे से समझें और उचित सलाह के बाद ही इसका सेवन करें।

सामाप्तिक

समाप्तिक रूप से, बुलेटप्रूफ कॉफी एक रोचक और अनोखी कॉफी विधि है जो सेहतमंद जीवन की दिशा में एक संभावना प्रदान करती है। हालांकि, स्वास्थ्य से जुड़े मामलों में यह व्यक्ति के आहार और शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है, और सबसे अच्छा है कि इसे सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लिया जाए।

Amit Sharma

What is the smoothie diet?

स्मूथी आहार: स्वस्थ जीवन की दिशा में एक कदम

स्वस्थ जीवन जीने का एक अच्छा तरीका है स्मूथी आहार. यह एक पौष्टिक और स्वादिष्ट उपाय है जिसमें तरह-तरह के फल, सब्जीयां, और अन्य सामग्रीयां शामिल होती हैं. इसे एक महिने या उससे अधिक के लिए अपनाने से वजन कम करने के साथ-साथ सेहत को भी बेहतर बनाए रखा जा सकता है.


स्मूथी आहार क्या है?

स्मूथी आहार एक प्रकार का वेजिटेरियन डाइट है जिसमें सुपरफूड्स, फल, सब्जियां, द्रव्य और बीजों को मिलाकर बनाया जाता है. यह एक स्वस्थ और पौष्टिक विकल्प है जिसमें बॉडी को आवश्यक पोषण मिलता है और वजन नियंत्रित रहता है.


स्मूथी आहार के लाभ

1. वजन कम करने में सहारा:

स्मूथी आहार एक सही बैलेंस के साथ वजन को कम करने में मदद कर सकता है.

2. पोषण का अच्छा स्रोत:

फल और सब्जियों को मिलाकर बनाए गए स्मूथी में पोषण का अच्छा स्रोत होता है.

3. बूस्ट इन एनर्जी:

स्मूथी आहार बॉडी को तत्परता और ऊर्जा देने में मदद कर सकता है.

4. अच्छी सेहत:

इससे आपकी सेहत में सुधार होती है और आपकी इम्यून सिस्टम को भी मजबूती मिलती है.


स्मूथी आहार कैसे अपनाएं?

1. संतुलित स्मूथी:

विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों को सही मात्रा में मिलाएं.

2. नियमितता:

स्मूथी आहार को नियमित रूप से अपनाएं, ताकि उसके लाभ सही तरीके से मिल सकें.

3. पानी का सेवन:

स्मूथी के साथ पानी का सेवन बढ़ाएं, ताकि शरीर को उचित हाइड्रेशन मिले.



स्मूथी आहार एक स्वस्थ और सुस्त वजन घटाने का एक अच्छा तरीका हो सकता है, लेकिन इसे डॉक्टर या पौष्टिक विशेषज्ञ से पहले अपनाना हमेशा बेहतर होता है. अगर आप ने इसे सही तरीके से अपनाया, तो स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम बढ़ाएं।

Amit Sharma

Which asana to do in which disease?

किस रोग में कौन सा आसन करें ?

स्वस्थ शरीर व मन प्रत्येक मनुष्य की चाहत होती है तथा यह चाहत विभिन्न योग आसनों की सहायता से पूरी भी होती है। आईए जानते हैं कौन सा आसन किस रोग से हमें मुक्ति दिला सकता है।

1. पेट की बीमारियों में-

उत्तानपादासन, पवनमुक्तासन, वज्रासन, योगमुद्रासन, भुजंगासन, मत्स्यासन।

2 . सिर की बीमारियों में-

सर्वांगासन, शीर्षासन्, चन्द्रासन।

3. मधुमेह के लिए-

पश्चिमोत्तानासन, नौकासन, वज्रासन, भुजंगासन, हलासन, शीर्षासन।

4. वीर्यदोष के लिए-

सवीगासन, वज्रासन, योगमुद्रा।

5. गला के लिए-

सुप्तवज्रासन, भुजंगासन, चन्द्रासन।

6. आंखों के लिए-

सर्वांगासन, शीर्षासन, भुजंगासन।

7. गठिया के लिए-

पवनमुक्तासन, पद्मासन, सुप्तव्रासन, मत्स्यासन, उष्ट्रासन, साइकिल संचालन, ताड़ासन किया करें।

8. नाभि के लिए-

धनुरासन, नाभि-आसन, भुजंगासन।

9. गर्भाशय के लिए-

उत्तानपादासन, भुजंगासन, सर्वांगासन, ताड़ासन, चन्द्रानमस्कारासन।

10. कमर के लिए-

हलासन, चक्रासन, धनुरासन,भुजंगासन।

11. फेफड़े के लिए-

वज्रासन, मत्स्यासन, सर्वांगासन।

12. यकृत के लिए-

लतासन, पवनमुक्तासन, यानासन।

13. गुदा, बवासीर, भंगदर आदि में-

उत्तानपादासन, सर्वांगासन, जानुशिरासन, यानासन, चन्द्रनमस्कारासन।

14. दमा के लिए-

सुप्तवज्रासन, मत्स्यासन, भुजंगासन।

15. अनिद्रा के लिए-

शीर्षासन, सर्वांगासन, हलासन, योगमुद्रासन।

16. गैस के लिए-

पवनमुक्तासन, जानुशिरासन, योगमुद्रा, वज्रासन।

17. जुकाम के लिए-

सर्वांगासन, हलासन, शीर्षासन।

18. मानसिक शांति के लिए-

सिद्धासन, योगासन, शतुरमुर्गासन, खगासन योगमुद्रासन।

19. रीढ़ की हड्डी के लिए-

सर्पासन, पवनमुक्तासन, सर्वांगासन, शतुरमुर्गासन करें।

20. गुर्दे की बीमारी में-

सर्वांगासन, हलासन, वज्रासन, पवनमुक्तासन करें।

21. गले के लिए-

सर्पासन, सर्वांगासन, हलासन, योगमुद्रा करें।

22. हृदय रोग के लिए-

शवासन, साइकिल संचालन, सिद्धासन किया करें।

23. दमा के लिए-

सुप्तवज्रासन, सर्पासन, सर्वांगासन, पवन्तुक्तासन, उष्ट्रासन करें।

24. रक्तचाप के लिए- 

योगमुद्रासन, सिद्धासन, शवासन, शक्तिसंचालन क्रिया करें।

25. सिर दर्द के लिए-

सर्वांगासन, सर्पासन, वज्रासन, धनुरासन, शतुरमुर्गासन करें।

26. पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए-

यानासन, नाभि आसन, सर्वांगासन, वज्रासन करें।

27. मधुमेह के लिए-

मत्स्यासन, सुप्तव्रासन, योगमुद्रासन, हलासन करें।

28. मोटापा घटाने के लिए-

पवनमुक्तासन, सर्वांगासन, सर्पासन, नाभि आसन करें।

29. आंखों के लिए-

सर्वांगासन, सर्पासन, वज्रासन, धनुरासन, चक्रासन करें।

30. बालों के लिए-

सर्वांगासन, सर्पासन, शतुरमुर्गासन, वज्रासन करें।

31. प्लीहा के लिए-

सर्वांगासन, हलासन, नाभि आसन, यानासन करें।

32. कमर के लिए-

सर्पासन, पवनमुक्तासन, सर्वांगासन, वज्रासन, योगमुद्रासन करें।

33. कद बड़ा करने के लिए-

ताड़ासन, शक्ति संचालन, धनुरासन, चक्रासन, नाभि आसन करें।

34. कानों के लिए-

सर्वांगासन, सर्पासन, धनुरासन, चक्रासन करें।

विशेष-

प्रत्येक आसन खुली हवा में सुन्दर और सुहावने स्थान पर नियमित किया करें।

Amit Sharma

A Statical way to lose weight

एक स्थैतिक दृष्टिकोण से वजन घटाने का तरीका

वजन घटाने का सफल और स्थायी तरीका खोजना अधिकांश लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है। बढ़ते बच्चे, बिजी जीवनशैली, और अनियमित आहार के कारण वजन को संभालना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसमें सही दिशा में बढ़ने के लिए एक स्थैतिक दृष्टिकोण अच्छा साबित हो सकता है।

आहार का महत्व

एक स्वस्थ आहार आपके वजन प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उचित कैलोरी लेना, पोषक तत्वों का संतुलन बनाए रखना, और बार-बार छोटे भोजनों को खाना एक स्थैतिक आहार योजना का हिस्सा है। ताजगी भरे फल, सब्जियां, और पूरे अनाजों को शामिल करें।

व्यायाम का महत्व

योग और व्यायाम वजन घटाने में मदद कर सकते हैं। नियमित रूप से योगाभ्यास करना और दिनचर्या में व्यायाम शामिल करना मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देता है और शरीर को सुडौल बनाए रखता है।

पानी पीना

हर दिन काफी पानी पीना भी वजन घटाने में सहारा कर सकता है। पानी से शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्ति मिलती है और मेटाबोलिज्म को तेजी से काम करने में मदद करता है।

नींद और मानसिक स्वास्थ्य

पर्याप्त नींद लेना और स्ट्रेस को कम करने का प्रयास करना भी वजन प्रबंधन में महत्वपूर्ण है। ध्यान और मनोबल बनाए रखने के लिए योग और माध्यमिक साधनाओं का उपयोग करें।

सुरक्षा का ध्यान रखें

किसी भी वजन प्रबंधन योजना को शुरू करने से पहले एक पेशेवर स्वास्थ्य पेशेवर से परामर्श लें। यह सुनिश्चित करेगा कि आपकी योजना आपके लिए सुरक्षित है और आपके स्वास्थ्य को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी।

इस प्रकार, एक स्थैतिक दृष्टिकोण से वजन घटाना एक स्वस्थ और संतुलित जीवनशैली की ओर कदम बढ़ा सकता है, जो दीर्घकालिक लाभ के साथ आता है।

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